छत्तीसगढी फ़िल्म बार बिहाव की शुटिंग मनौद मे प्रारम्भ
छत्तीसगढ़ की फ़िल्म उद्योग को फिर से एक नई जान मिलने वाली है बर बिहाव नाम से बन रही फ़िल्म की शूटिंग दुर्ग जिले की बालोद तहसील के गाँव मनौद मे शुरू हो चुकी है प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण गाँव मनौद का चयन फ़िल्म की कहानी को वास्तविक रूप से चित्रण करने के उद्देश्य से की गई है झुझारा नदी के तट पर बसे इस गाव की प्राकृतिक सुन्दरता देखते ही बनती है चहु ओर हरियाली गान्व का मन्दीर गोठान गलिया सभी मे छ्त्तीसगढ की सन्श्क्रीति के दर्शन होते है अब तक बने सभी फ़िल्मो से अलग पट्कथा के कारन दर्शको को छत्तीसगढ़ की सास्क्रीतिक धरोहर से परिपुर्न फ़िल्म देख्ने को मिल सकेगी
शनिवार, 27 सितंबर 2008
शुक्रवार, 19 सितंबर 2008
पोस्ट आफिस दुर्ग मे भर्राशाही का राज
पोस्ट आफिस दुर्ग post office durg मेभर्राशाही छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले मे स्थित प्रधान डाक घर अव्यवस्था की गिरफ्त मे है। किसी समय पोस्ट आफिस की साख ऐसी थी की लोग डाकिया को अपने रूपये पैसे जमा कराने हेतु दे दिया करते थे , लोग बेसब्री से डाकिया के आने का इन्तजार करते थे किंतु आज स्थिति अत्यंत भयावाह है पोस्ट आफिस मे आपके द्वारा जमा किए गए पैसे भी सुरक्षित है अथवा नही आप कुछ कह नही सकते । दुर्ग के प्रधान डाक घर मे आए दिन आम जनता के साथ दुर्व्यवहार यंहा के कर्मचारियों द्वारा किया जाना आम बात हो गई है , विभिन्न पदों के लिए बेरोजगार युवा बड़ी संख्या मे आवेदन भेजते है लेकिन समय पर डाक नही मिलने के कारण कई अभ्यर्थी भर्ती के अवसरों से वंचित हो जाते है , हलाकि अब डाक घरो मे कंप्यूटर की सुविधा भी दे दी गई है किंतु काम करने की गति उनकी पहले से भी कम हो गई है घंटो लोगो को लाइन मे खडा करके रखते है ओउर बाद मे कभी लंच का टाइम तो कभी अवकाश का टाइम का बहाना करके लोगो को परेशान करते है , आख़िर लोग थक हार कर निजी कोरियर कम्पनी की सेवा लेना पसंद करते है । कंही इन सब कारणों के पीछे निजी कम्पनियों को फायदा पहुचने की तो नही है ? लोगो मे डाकघर के प्रति रोष बढ़ता ही जा रहा है डाक घर जिला कार्यालय के नजदीक होने के कारन दूर दराज से आए ग्रामीण भी घंटो कतार मे खड़े दिख जाते है डाकघर के कर्मचारी बड़ी हिकारत के साथ अह्सहानुभुती पूर्वक व्यवहार करते है । डाक घर की साख कितनी कम हो गई है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की लोगो मे डाकघरों की जमा योजनाओ के प्रति भी विश्वास नही रहा है और प्रतिवर्ष जमा के आंकडे कम से कम होते जा रहे है , चाहे वह nsc हो या rd या beema सभी मे लोग दूर होते जा रहे है ।अभिकर्ताओ के साथ भी यही रवैया किया जा रहा ओउर कमीशन देने को बाध्य कर रहे जिसके कारन उनमे भी रोष है किंतु चुपचाप सहते जा रहे है । बड़े अधिकारी यदि इस और ध्यान नही देंगे तो जनता का रोष किसी भी दिन विस्फोटक रूप ले सकता है हो सकता है की लोग कर्मचारियों के दुर्व्यवहार के कारन फर्जी बचत कम्पनियों की तरफ़ आकर्षित हो ओउर अपनी जमा पूंजी गँवा बैठे अतएव तत्काल अधिकारियो को कड़े कदम उठाकर निकृष्ट कर्मचारियों को दण्डित करना चाहिए ओउर साथ ही डाक घरो के स्टाफ को ग्राहकों आमजनता के साथ किस तरह से व्यवहार करना चाहिए का प्रशिक्षण दे ताकि निजी कोरियर की अपेक्षा डाक घर भी आम जनता के साथ सम्मान के साथ पेश आए ।पोस्ट आफिस का अधिकृत वेब साईट जानकारी के लिए निम्नानुसार है -
www.indiapost.gov.in/
रविवार, 14 सितंबर 2008
छत्तीसगढ़ चुनाव २००८:भाजपा कांग्रेस मे टिकिट के दावेदार सक्रीय
आखिरकार छत्तीसगढ़ मे चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो गई है अपने अपने समर्थको को टिकट दिलाने बड़े नेता सक्रीय हो गए है तो कुछ नेता परिसीमन के कारन नई जगह तलाश रहे है । कुछ बड़े नेता डेल्ही मे अपनी अपनी पार्टी मे जोर आजमाइश कर रहे ताकि समर्थको को उपकृत कर सके ,दस हजारी नियम के कारन कुछ बड़े नेता पुत्र भी प्रभावित हो रहे उनकी टिकट पक्की करने नियमों का तोड़ तलाश कर रहे .भाजपा मे गुजरात पतर्न की चर्चा हो रही जिसके कारन वर्तमान विधायक भी खतरे mahs कर रहे।
सदस्यता लें
संदेश (Atom)